चुकंदर (Beetroot in Hindi) : सलाद के रूप में आपने चुकंदर तो जरूर खाया होगा ? अगर नहीं खाया, तो हमारी इस पोस्ट को पढ़कर आप चुकंदर (Beet) खाने लगेंगे| क्योंकि इस पोस्ट में हम आपको चुकंदर के ऐसे फायदे बतायेगे, जो शायद आपको आज तक नहीं पता|
सलाद के साथ साथ चुकंदर का जूस बनाकर भी पिया जा सकता है| चुकंदर के जूस का स्वाद बढ़ाने के लिए इसके जूस में गाजर, सेब, संतरे और मौसम्बी आदि का जूस मिलाकर पियें| लाल और बैंगनी रंग का चुकंदर शरीर में खून बनाता है, इसीलिए भी लोग इसे खाते है| चुकदंर (Beet) में आयरन, आयोडीन, विटामिन बी1, सल्फर, क्लोरीन, विटामिन बी2, पौटेशियम, सोडियम और कैल्शियम जैसे कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते है, जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते है|
चुकंदर के फल ही नहीं पत्तो में भी गुणकारी पोषक तत्व पाये जाते है| चुकंदर (Beet) के पत्तो में आयरन की अधिक मात्रा पायी जाती है| एक शोध के अनुसार जो लोग रोजाना चुकंदर के पत्तो का सेवन करते है, उनके शरीर में कभी खून की कमी नहीं होती| इसके साथ ही रोजाना एक कप चुकंदर के पत्तो को जूस पीने से कोई भी बीमारी नहीं होती| चुंकदर का सेवन सेहत साथ सुंदरता में भी चार चाँद लगा देता है| चुकंदर के सेवन से खून साफ होता है और चेहरे पर नयी चमक आती है|
चुकंदर का इस्तेमाल नेचुरल फूड कलर के रूप में भी किया जाता है| चुकंदर के सेवन से स्टैमिना बढ़ता है और ब्लड शुगर लेवल भी कण्ट्रोल रहता है| चुकंदर के अन्य कई फायदे है| इन फायदों को जानकर आप चुकंदर को खाये बिना रह नहीं पाएंगे| तो चलिए जाने चुकंदर के फायदों (Chukandar Ke Fayde) के बारे में|
हमने आपको ऊपर बताया कि चुकंदर में मौजूद बेटासायनिन तत्व के कारण चुंकदर का रंग लाल होता है| बेटासायनिन नामक यह तत्व कैंसर में भी लाभकारी है| हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में की गई एक रिसर्च के अनुसार प्रोस्टेट और ब्रेस्ट कैंसर में चुकंदर खाने से ट्यूमर बढ़ने की गति पहले से 12.5% कम हो जाती है| इसके साथ ही चुकंदर के सेवन से कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है| अगर आप इस खतरनाक बीमारी से बचना चाहते है, तो अपनी डाइट में चुकंदर को जरूर शामिल करे|
गर्भवती महिला और उसके होने वाले बच्चे के लिए फॉलिक एसिड बहुत जरुरी होता है| गर्भ में पल रहे बच्चे के मेरुदंड का निर्माण इसी पोषक तत्व से होता है| फॉलिक एसिड चुकंदर में भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जिसके कारण चुकंदर का सेवन माँ बनने वाली औरतो के लिए लाभकारी होता है| मां बनने वाली औरतो को अतरिक्त ऊर्जा की जरूरत होती है, इस ऊर्जा की जरूरत को फॉलिक एसिड पूरा करता है|
एनीमिया चुकंदर का सेवन एनीमिया की बीमारी में बहुत फायदेमंद है| चुकंदर में आयरन की अधिक मात्रा होती है, जिसके कारण यह ब्लड में मौजूद लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) को सक्रिय करके ब्लड में इनकी संख्या तेजी से बढ़ाता है| चुकंदर में मौजूद आयरन हीमाग्लूटनिन का निर्माण करता है| हीमाग्लूटनिन ब्लड का ही भाग होता है| हीमाग्लूटनिन की मदद से ही शरीर के एक से दूसरे हिस्से में पोषक तत्वों और ऑक्सीज़न को भेजा जाता है| चुकंदर में मौजूद हीमाग्लूटनिन तत्व शरीर को एनीमिया से लड़ने की ताकत देते है|
चुकंदर में बेटासायनिन, फाइबर और फ्लेवेनॉइड्स नामक पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते है| बेटासायनिन तत्व के कारण ही चुकंदर का रंग लाल रहता है| बेटासायनिन पॉवरफुल एंटीऑक्सीडेंट होता है| यह एंटीऑक्सीडेंट LDL कोलेस्ट्रॉल का ऑक्सीकरण कम करता है| ऑक्सीकरण कम होने के कारण LDL कोलेस्ट्रॉल धमनियों में नहीं जमता| जिसके कारण हार्ट अटैक और हार्ट से जुडी अन्य बीमारियां होने का खतरा बहुत कम हो जाता है| चुकंदर का रस पीने से शरीर में रक्त का संचार सुचारु रूप से होता है और हाइपरटेंशन जैसी प्रॉब्लम भी दूर हो जाती है|
अगर आपके चेहरे पर कील मुँहासे होते है, तो अपने चेहरे पर चुकंदर का रस लगाए| चुकंदर की तासीर ठंडी होने के कारण ये कील मुंहासों जैसी प्रॉब्लम को दूर करता है| अगर आपकी त्वचा के किसी हिस्से में संक्रमण हो जाये, तो संक्रमण वाले हिस्से को चुकंदर के उबले पानी में धोये| त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाने के लिए चुकंदर के रस में हल्दी और टमाटर का रस मिलाकर पियें|
जिन लोगो को मधुमेह की प्रॉब्लम होती है, उनके लिए चुकंदर का सेवन बहुत लाभकारी है| इसके साथ ही अगर आपको मीठा खाने का शौक है, तो चुकंदर खाने से आपका वह शौक भी पूरा हो जायेगा| चुकंदर मीठा होता है, लेकिन चुकंदर ग्लाइसेमिक इंडेक्स सब्जी है| जिसके कारण मीठा होने पर भी यह ब्लड में शुगर लेवल को बढ़ाता नहीं है| चुकंदर ब्लड में शुगर को बहुत धीरे धीरे रिलीज़ करता है| चुकंदर को मधुमेह के मरीजों के लिए सबसे बेस्ट सब्जी माना जाता है| चुकंदर में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है और यह फैट फ्री होता है|
चुकंदर में सिलिका मिनरल भरपूर मात्रा में पाया जाता है| सिलिका मिनरल के कारण शरीर कैल्शियम को सही तरीके से इस्तेमाल कर पाता है| जिसके कारण हमारी हड्डियों और दांतो को मजबूती मिलती है| अगर आप ऑस्टियोपोरोसिस , हड्डियों और दांतो से जुडी बीमारियों से बचना चाहते है, तो रोजाना एक गिलास चुकंदर का ताजा जूस पियें|
कोलीन एक विशेष प्रकार का तत्व होता है| यह तत्व याद करने की शक्ति को बढ़ाकर हमारी याद करके की क्षमता को तेज करता है| चुकंदर में यह तत्व पाया जाता है| एक शोध के अनुसार चुकंदर खाने से दिमाग की याद करके की शक्ति बढ़ जाती है| चुकंदर के सेवन से दिमाग में ऑक्सीज़न का प्रवाह बना रहता है| दिमाग में ऑक्सीज़न का प्रवाह अच्छे तरीके से होने से दिमाग में रक्त संचार सुचारु रूप से होता है| जिन लोगो को पागलपन के दौरे पड़ते है, उन्हें चुकंदर खाना चाहिए| चुकंदर का सेवन पागलपन को भी कम करता है|
अगर आप पेट से जुडी बीमारियों जैसे कब्ज, गैस , बबासीर से परेशान है, तो चुकंदर को अपने आहार में शामिल करे| चुकंदर में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है, जिसके कारण ये पेट से जुडी बीमारियों में फायदेमंद होता है| चुकंदर के सेवन से शरीर से सारे विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते है स्टूल भी नरम हो जाता है| चुकंदर का जूस पीने से भोजन का पाचन भी अच्छे से होता है|
मासिक धर्म में 99 % लड़कियों और महिलाओं को अनेक प्रकार की प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है| मासिक धर्म में होने वाली सभी प्रॉब्लम से बचने के लिए चुकंदर का सेवन करे| चुकंदर खाने से मासिक धर्म खुलकर आता है और मासिक धर्म के दौरान पेट दर्द भी कम होता है|
हाई ब्लड प्रेशर होने पर एक गिलास चुंकदर का जूस पीने से एक से दो घंटे में ही ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता है
चुकंदर का जूस पीने से पेशाब में होने वाली जलन कम हो जाती है|
चुकंदर में बीटन नामक खनिज तत्व पाया जाता है, यह तत्व शरीर में फोड़ा नहीं बनने देता|
रोजाना एक गिलास चुकंदर का जूस पीने से पेट में पथरी नहीं बनती|
चुंकदर का जूस एनर्जी लेवल को बढ़ाता है, इसीलिए जिम जाने वाले लोगो के लिए यह बढ़िया आहार है|
सलाद के साथ साथ चुकंदर का जूस बनाकर भी पिया जा सकता है| चुकंदर के जूस का स्वाद बढ़ाने के लिए इसके जूस में गाजर, सेब, संतरे और मौसम्बी आदि का जूस मिलाकर पियें|
कॉपर और आयरन की अधिक मात्रा होने के कारण Hemocromatosis के मरीज को इसका सेवन नहीं करना चाहिए| Hemocromatosis एक ऐसी बीमारी है, जिसमे शरीर में आयरन की मात्रा अधिक हो जाती है|
जिन लोगो को किडनी से जुडी बीमारी या किडनी में पथरी होती है, उन्हें चुकंदर का सेवन नहीं करना चाहिए| चुंकदर में ओक्सलेट पाया जाता है| ऑक्सलेट से किडनी में पथरी बनती है|
चुकंदर का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए| अधिक मात्रा में इसके सेवन से डायरिया और मतली की समस्या हो जाती है|
जिन लोगो का ब्लड प्रेशर कम रहता है, उनको चुकंदर का सेवन नहीं करना चाहिए|
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